नाराज जीतनराम मांझी को मोदी सरकार बना सकती है राज्यपाल

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बिहार में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी नाराज हैं। उन्होंने दिल्ली के बिहार निवास में डेरा डाल लिया है। वह भाजपा के केंद्रीय नेताओं से बात करेंगे। जीतनराम मांझी के नाराजगी की बजह रामविलास पासवान के भाई पशुपतिनाथ पारस को मंत्री पद मिलना बताया जा रहा है ,जीतनराम मांझी ने रामविलास पासवान पर तंज कसते हुए कहा कि रामविलास पासवान की राजनीतिक भूख अभी गई नहीं है, पूरे परिवार के साथ सीएम के यहां जाकर मंत्री पद की मांग की। वहीँ नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर जीतनराम मांझी की नाराजगी थामने के लिए बीजेपी हाई-कमान उन्हें राज्यपाल बनाकर राजभवन भेज सकती है। चूंकि जीतनराम मांझी प्राथमिकता के तौर पर बेटे का राजनीतिक करियर संभालना चाहते हैं, ऐसे में उनके बेटे संतोष सुमन को हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा की उसी सीट से चुनाव लड़ाकर विधानसभा भेजा जा सकता है, जिस सीट से अभी जीतनराम मांझी विधायक हैं।

जीतनराम मांझी मौजूदा समय में गया जिले के इमामगंज सीट से विधायक हैं। उन्होंने मकदूमपुर सीट से भी 2015 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, पर उन्हें हार मिली थी। ऐसे में बीजेपी उन्हें राज्यपाल बनाकर और उनके बेटे को इमामगंज सीट से समर्थन देकर विधायक बना सकती है।

दरअसल, नीतीश के नए मंत्रिमंडल से नाखुश जीतनराम मांझी ने कहा था कि बिहार की कैबिनेट में उन्हें प्रतिनिधित्व नहीं मिला। जबकि लोजपा के पास तो केंद्र में भी मंत्रालय है। उसके सांसद भी हैं। इसके बावजूद रामविलास पासवान के भाई को बिहार सरकार में मंत्री बनाया गया है, जबकि वो विधानसभा-विधानपरिसद के सदस्य भी नहीं हैं। मांझी चाहते हैं कि उनके बेटे संतोष सुमन को भी सही जगह मिले।

भाजपा की कोशिश है कि वो अपने सहयोगियों को एकजुट रखे, इसके लिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी को राज्यपाल बना सकती है।

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