नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के बाद अब उपराष्ट्रपति को चुनने के लिए मैदान सज चुका है। चुनावी मैदान में एनडीए के बीजेपी नेता वेंकैया नायडू और विपक्ष के उम्मीदवार महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी आमने-सामने हैं। मंगलवार को दोनों उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिए।
मंगलवार सुबह पहले BJP के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने नामांकन पत्र दाखिल किया। वेंकैया के प्रति समर्थन जताने के लिए पीएम मोदी नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरुण जेटली, वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी मौजूद थे।
वहीं, गोपाल कृष्ण गांधी के नामांकन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, जेडीयू नेता शरद यादव, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी आदि मौजूद थे।
पर्चा दाखिल करने के बाद वेंकैया नायडू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर गर्व है। उन्होंने कहा, ‘मैं चार दशकों से सार्वजनिक जीवन में हूं। एक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर, एक सांसद और केंद्रीय मंत्री के तौर पर देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर लोगों से मिलने का खूब मौका मिला।’
नायडू ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का भी धन्यवाद किया। इसके अलावा नायडू ने एनडीए के अन्य सहयोगियों का भी उनका समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया। बता दें कि मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन पत्र भरने का आखिरी दिन भी है।
BJP ने सोमवार को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर वेंकैया के नाम की घोषणा की थी। इससे पहले वेंकैया के पास केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय था।अपने नाम की घोषणा के बाद वेंकैया ने सोमवार को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी को I&B मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। साथ ही, नरेंद्र सिंह तोमर को शहरी विकास मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट कर इस फेरबदल की जानकारी दी।
वेंकैया 4 बार राज्यसभा के लिए चुने जा चुके हैं। वह BJP के काफी वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सभी दलों के नेताओं के साथ उनके अच्छे संबंध बताए जाते हैं। वहीं गोपालकृष्ण गांधी हालांकि बुद्धिजीवी वर्ग के बीच काफी सम्मानित नाम हैं, लेकिन याकूब मेमन की फांसी के प्रकरण पर उनके रुख को लेकर शिवसेना उनका सख्त विरोध कर रही है।अगर वेंकैया भी सफलतापूर्वक इस पद के लिए चुन लिए जाते हैं, तो राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों ही पदों पर BJP को जीत मिलेगी। राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद की ही तरह वेंकैया का चुना जाना भी लगभग तय माना जा रहा है।