भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर श्रीलंका पहुंच गए हैं. PM मोदी यहां बौद्ध धर्म के उपासकों के सबसे बड़े त्योहार अंतरराष्ट्रीय बैसाख दिवस समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे हैं . इसके साथ ही वो श्रीलंका में भारतीय मूल के तमिल समुदाय के लोगों को संबोधित भी करेंगे. बता दें की PM मोदी श्रीलंका के 14वें अंतरराष्ट्रीय बैसाख दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे.
PM मोदी की श्रीलंका यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब चीन की ओर से श्रीलंका में पैर जमाने का प्रयास किया जा रहा है. चीन, श्रीलंका में ‘हमबनतोता’ बंदरगाह का विकास कर रहा है.
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया है. उन्होंने लिखा कि श्रीलंका गर्व से अंतरराष्ट्रीय बैसाख दिवस मना रहा है. मैं गर्मजोशी से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करता हूं जो इस समारोह की शोभा बढ़ाएंगे.
It is wonderful to meet this great human being @narendramodi in Colombo again. Thank you for gracing #InternationalVesakDay. pic.twitter.com/xjt6Zd9Agh
— Maithripala Sirisena (@MaithripalaS) May 11, 2017
गौरतलब है कि बैसाख दिवस भगवान बुद्ध के जन्म, उन्हें ज्ञान की प्राप्ति तथा उनके महापरिनिर्वाण के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. PM मोदी श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के निमंत्रण पर श्रीलंका गए हैं. प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का श्रीलंका का ये दूसरा दौरा है.
कोलंबो पहुंचने पर अंग्रेजी और श्रीलंका की भाषा में अपने ट्वीट में मोदी ने कहा, ‘कोलंबो पहुंच गया हूं. श्रीलंका आकर खुश हूं, जहां मैं बैसाख दिवस समारोह में हिस्सा लूंगा.’ हवाई अड्डे पर मोदी को श्रीलंका की वायु सेना ने सलामी देकर स्वागत किया .
Reached Colombo. I am happy to be in Sri Lanka, where I will join the International Vesak Day Celebrations. pic.twitter.com/DuVRPNQjxk
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2017
ශ්රී ලංකා සංචාරයේදී මා සහභාගී වන පළමු උත්සවය සීමා මාලක විහාරයේදී ආරම්භ විය. එය සන්සුන් හා ධනාත්මක බවින් පිරි තැනක්. pic.twitter.com/ORMjg21NE9
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2017
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि उनका श्रीलंका दौरा दोनों देशों के बीच ‘मजबूत रिश्ते’ का प्रतीक है. मोदी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि पिछले दो सालों में ये मेरी दूसरी यात्रा है और ये हमारे मजबूत संबंधों का प्रतीक है.
मोदी ने लिखा – ‘मेरी यात्रा के दौरान मैं कोलंबो में 12 मई को अंतरराष्ट्रीय बैसाख दिवस समारोह में शिरकत करूंगा, जहां मैं बौद्ध धार्मिक नेताओं, विद्वानों और धर्मशास्त्रियों से बातचीत करूंगा. मेरी यात्रा भारत और श्रीलंका के बीच सबसे स्थायी संबंधों में से एक, बौद्ध धर्म की साझी विरासत को उजागर करती है.’
Reached Colombo. I am happy to be in Sri Lanka, where I will join the International Vesak Day Celebrations. pic.twitter.com/DuVRPNQjxk
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2017
PM कहा कि साल 2015 में उनकी पिछली यात्रा में उन्हें बौद्ध धर्म के अहम केंद्र और यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल अनुराधापुर जाने का अवसर मिला था.
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार उनकी यात्रा की शुरूआत कोलंबो में गंगारमैय्या मंदिर स्थित सीमा मलाका से होगी. यहां वो परंपरागत दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. ज्ञात हो कि गंगारमैय्यया मंदिर श्रीलंका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है. उन्होंने कहा कि वो सिरीसेना, विक्रमसिंघे सहित कई नेताओं के साथ बैठक करेंगे.
PM मोदी ने कहा, ‘मैं श्रीलंका में दिकोया अस्पताल का भी उद्घाटन करूंगा, जिसे भारत की मदद से बनाया गया है.’ वो भारतीय मूल के तमिल समुदाय के साथ बातचीत भी करेंगे. इस दौरे में मोदी कैंडी मंदिर भी जाएंगे, जहां श्रीलंका का सर्वाधिक महत्वपूर्ण बौद्ध अवशेष, भगवान बुद्ध का एक दांत रखा हुआ है. इस मंदिर की छत सोने की है.
प्रधानमंत्री मोदी पाल्लेकल में भारत के लोगों के मदद से बनाया जाने वाला श्रीलंकाई अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध अकादमी में कांड्यान नृत्य संकाय की आधारशिला रखेंगे.